tag:blogger.com,1999:blog-3741935642465046145.post8972476906664322653..comments2018-04-19T21:46:43.425-07:00Comments on जनजीवन धारा : लघुकथाकार एन ॰उन्नी ॥ 5-7॥ सुधाकल्पhttp://www.blogger.com/profile/14287746370522569463noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-3741935642465046145.post-91315935561466442432018-04-19T21:46:43.425-07:002018-04-19T21:46:43.425-07:00मेहनतकश सर्वहारा वर्ग की पीड़ा व गुलामी की जंजीरों ...मेहनतकश सर्वहारा वर्ग की पीड़ा व गुलामी की जंजीरों को तोड़कर खुले गगन में उड़ने की अभिलाषा का सजीव,मार्मिक चित्रण।तानाशाही,शोषण के खिलाफ उठती आवाज़े निज़ाम बदल ही देती हैं।केरल का मज़दूर वर्ग अपने अधिकारों को लेकर बहुत सजग है।तीनो कथाएं बहुत अच्छी लगीं।Kapil shastrihttps://www.blogger.com/profile/04401090462953784611noreply@blogger.com